मुख्य न्यूरोसर्जन डॉ। योगेश गुप्ता ने न्यूनतम आक्रामक तकनीक के साथ यह सफल सर्जरी की।
भरतपुर के एक 46 -वर्षीय रोगी को पिट्यूटरी ब्रेन ट्यूमर से छुटकारा मिल गया है। प्रियूश न्यूरो और सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के मुख्य न्यूरोसर्जन डॉ। योगेश गुप्ता ने इस सफल सर्जरी को न्यूनतम आक्रामक तकनीक के साथ किया।
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रोगी की दृष्टि लगातार कम हो रही थी। डॉक्टरों ने आंख की पलक के पास भौंहों पर तीन -इंच छोटा चीरा बनाया। इससे, दो सेंटीमीटर हड्डी और ट्यूमर तक पहुँच गया।
डॉ। गुप्ता ने कहा कि इस तरह के ट्यूमर को आमतौर पर नाक के माध्यम से निकाला जाता है। लेकिन इस रोगी में ट्यूमर ऊपर और ठोस था। ऐसी स्थिति में, मन को खोलना पड़ा। माइक्रोस्कोप और एंडोस्कोप की मदद से नई तकनीक के साथ सर्जरी की गई थी। यह वर्तमान में उपलब्ध सबसे अच्छी तकनीक है।
अस्पताल के निदेशक डॉ। उषा गुप्ता ने कहा कि उनके पास अपने अस्पताल में विश्व -आधुनिक आधुनिक मशीनों और विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम है। इसलिए, गंभीर मामलों में भी सफलता प्राप्त की जा रही है।