नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को कई राज्यों में ताजा खोज की, जिसमें महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप-लिंक्ड के संबंध में ईजियाईट्रिप के संस्थापक निशांत पिट्टी के परिसर में शामिल थे। मनी लॉन्ड्रिंग मामलाअधिकारियों ने कहा।
दिल्ली, मुंबई (महाराष्ट्र), चंडीगढ़, अहमदाबाद (गुजरात), इंदौर (मध्य प्रदेश), जयपुर (राजस्थान), चेन्नई (तमिलनाडु), और संबलपुर (ओडिशा) में छापेमारी की गई।
ईडी ने पुष्टि की कि पिट्टी से जुड़े परिसर, जो ऑनलाइन ट्रैवल बुकिंग प्लेटफॉर्म ईजियाईट्रिप के अध्यक्ष भी हैं, ऑपरेशन में शामिल लोगों में से थे।
एजेंसी द्वारा दावा किए जाने के बाद महादेव ऐप केस ने पहले सुर्खियां बटोरीं कि छत्तीसगढ़ के कई उच्च-रैंकिंग वाले राजनेताओं और नौकरशाहों को कथित तौर पर सट्टेबाजी के मंच से जुड़े अवैध संचालन और वित्तीय लेनदेन में शामिल किया गया था।
इस मामले में खोजें अतीत में भी कई मौकों पर की गई हैं।
ईडी ने पहले कहा था कि महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी (MOB) ऐप एक छाता सिंडिकेट के रूप में कार्य करता है, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की सुविधा प्रदान करता है जो अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को ऑनबोर्ड उपयोगकर्ताओं के लिए सक्षम बनाता है, उपयोगकर्ता आईडी बनाती है, और बेनामी बैंक खातों के एक जटिल वेब के माध्यम से पैसा लूटता है।
ऐप के दो मुख्य प्रमोटर, सौरभ चंद्रकर और रवि उप्पल, छत्तीसगढ़ से जय हो।