वीरश शांडिलिया ने विरोधी आतंकवादी मोर्चा भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा की।
विरोधी आतंकवादी मोर्चा भारत ने हिमाचल प्रदेश में खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विरेश शांडिल्या ने कहा कि भिंड्रानवाला के पोस्टर वाले वाहनों को राज्य में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। मज़दूर
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शांडिलिया ने शिमला में खालिस्तानी ध्वज को जलाने की घोषणा की है। उन्होंने खालिस्तानी आंदोलन को देश की एकता और सुरक्षा के लिए खतरा बताया। गृह मंत्री अमित शाह को धारा 370 की तरह एक सख्त निर्णय लेने की मांग की गई है। हिमाचल सरकार के साथ -साथ विरोधी आतंकवादी मोर्चा, राज्य में खालिस्तानी गतिविधियों को रोकने के लिए काम करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी को ऑल -पार्टी मीटिंग को कॉल करने की मांग की गई है। संगठन देश के सभी राज्यपालों को एक ज्ञापन प्रस्तुत करेगा। शांडिलिया ने खालिस्तानी तत्वों पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और कुछ कनाडाई समूहों से मदद लेने का आरोप लगाया है। वह कहते हैं कि खलिस्तानी भारत में भय का माहौल बनाना चाहते हैं। दो साल पहले, खलिस्तानी झंडा शिमला में जला दिया गया था। अब पूरे देश में एक -खलिस्तान अभियान किया जाएगा। संगठन की मांग है कि खालिस्तान समर्थकों को देशद्रोह के तहत गिरफ्तार किया जाए और उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई जाए।